शरीर के बेहतर कामकाज के लिए अपेंडिक्स का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। यह पेट के दाहिनी ओर मौजूद आंत का एक छोटा-सा हिस्सा होता है। कई बार इसमें खराब खानपान या जीवनशैली के चलते इन्फेक्शन हो जाता है। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में अपेंडिसाइटिस कहते हैं। ऐसा होने से पेट के दाईं ओर सूजन और असहनीय दर्द होने लगता है।
मेडिकल एक्सपर्ट मानते हैं कि शरीर में इस अंगा को कोई महत्वपूर्ण काम नहीं है लेकिन इसमें इन्फेक्शन मुसीबत में डाल सकता है। बड़ी आंत और छोटी आंत के जोड़ पर स्थित अपेंडिक्स एक बेकार अंग माना जाता है जिसका कोई विशेष काम नहीं होता।
अगर आपको कब्ज या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी बीमारियां हैं, तो इस बात की संभावना है कि आपका मल अपेंडिक्स में रुक रहा है जिसके कारण संक्रमण या अपेंडिसाइटिस भी हो सकता है।

नाभि के पास दर्द अपेंडिसाइटिस का संकेत
यदि आपको नाभि के आसपास बहुत अधिक दर्द होता है, तो इसका अर्थ है कि आप अपेंडिसाइटिस से पीड़ित हों। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को यह समस्या कम होती है। इसके होने पर तुरंत ऑपरेशन की आवश्यकता होती है।
एपेंडिसाइटिस के लक्षण (Symptoms of appendicitis)
एपेंडिसाइटिस विभिन्न प्रकार के लक्षणों में पेट में दर्द, कम बुखार, जी मिचलाना, उल्टी, भूख में कमी, कब्ज, दस्त और गैस पास करने में कठिनाई होना शामिल हैं। इसके लक्षण सभी लोगों में एक जैसे नहीं होते हैं लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप जल्द से जल्द एक डॉक्टर को पास जाएं।
एक्सपर्ट मानते हैं कि लक्षणों की शुरुआत के बाद अपेंडिक्स 48 से 72 घंटे में फट सकता है। निम्न में से कोई भी लक्षण महसूस होने पर आपको तुरंत अस्पताल जाना चाहिए।
क्या बिना सर्जरी एपेंडिसाइटिस का इलाज है (Can appendicitis treat without surgery)
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अपेंडिक्स का टूटना या फटना खतरनाक हो सकता है। यह स्थिति मरीज की मौत का कारण बन सकती है। इसके फटने का खतरा अक्सर लक्षणों के पहले 24 घंटों के भीतर होता है, लेकिन लक्षणों के शुरू होने के 48 घंटों के बाद टूटने का जोखिम और ज्यादा बढ़ जाता है।

क्या अपेंडिक्स खुद सही हो सकती है (Can an appendix heal on its own)
इस स्थिति को एंटीबायोटिक्स के जरिए ठीक किया जा सकता है। डॉक्टर मानते हैं कि अपेंडिक्स के फटने के बाद भी एंटीबायोटिक्स जरिये इसे सही किया जा सकता है। लेकिन थिति गंभीर होने पर सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
एपेंडिसाइटिस के जोखिम और बचने के उपाय (Appendicitis risk factors and prevention)
यह स्थिति किसी भी समय हो सकती है लेकिन एक्सपर्ट मानते हैं कि 10 से 30 साल की उम्र में इसका अधिक खतरा होता है और खासकर पुरुषों को। आप एपेंडिसाइटिस को रोक नहीं सकते हैं, लेकिन कुछ बातों को ध्यान में रखकर जोखिम कम कर सकते हैं। फाइबर की मात्रा बढ़ाने से कब्ज और बाद में मल निर्माण को रोका जा सकता है। स्टूल बिल्डअप एपेंडिसाइटिस का सबसे आम कारण है।
एपेंडिसाइटिस में खाएं ये चीजें (Foods for appendicitis)
फाइबर वाली चीजों का भरपूर सेवन करने से इसका जोखिम कम हो सकता है। इसलिए आपको अपनी डाइट में रास्पबेरी, सेब, हरी मटर, ब्रोकोली, मसूर की दाल, काले सेम, ब्रैन फ्लैक्स, जौ और दलिया जैसी फाइबर से भरपूर चीजें शामिल करनी चाहिए।