क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं आरडी शुक्ला की कलम से

मित्रों आज मैं आपसे एक ऐसा सहयोग मांग रहा हूं कि आप हमारे जीवन के तजुर्बा का आप भी लाभ उठा सकें मैं तो 70 वर्ष का हो गया हूं अब आगे की वृद्धावस्था बेला कभी भी समाप्त हो सकती है मैंने सोचा इससे पहले कि मेरा जीवन समाप्त हो बचे दिनों में कुछ आपके लिए और करता जाऊं मैं यहां बताना चाहता हूं कि मैं पिछले 50 वर्षों से पत्रकारिता कर रहा हूं उससे पहले मैंने अपने एम कॉम बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन से और एलएलबी लखनऊ विश्वविद्यालय से की वह तो मैं कर ना सका ज्यादा दिन सन 1980 में मैंने स्वतंत्र भारत अखबार मैं कार्य शुरू कर दिया यहां मुझे अखबार के लिए क्राइम की खबरें लाने का कार्य दिया गया इससे पहले मैं बता दूं 77 से 80 तक हाईकोर्ट में क्रिमिनल लॉयर के के रूप में 3 वर्ष वकालत की स्वतंत्र भारत में आने के बाद से आज तक में पत्रकारिता कर रहा हूं और शायद आपको आश्चर्य होगा प्रदेश ही नहीं देश में वरिष्ठ तम क्राइम रिपोर्टरों में से मैं एक बचा हूं बाकी है काम तो बहुत लोग कर रहे हैं जब हम लोग ने क्राइम रिपोर्टर का काम शुरू किया तब की तकनीक और आज की तकनीक में बहुत अंतर है आजकल हर खबर मोबाइल पर हाजिर है मैं फोटो के हम लोग जब काम करते थे तो ऐसा नहीं था बहुत कठिनाई होती थी दूरदराज क्षेत्रों में जाकर कड़ी मेहनत के बाद किसी खबर के नतीजे पर पहुंचते थे हां इतना जरूर था कि हम लोग चंद रिपोर्टर ही थे केवल अखबार निकलता था नव इलेक्ट्रॉनिक मीडिया थाना सोशल मीडिया उस दौर मैं हम लोग पुलिस प्रशासन के साथ रहते थे उसकी मदद करते थे और उससे पहले किसी भी आपराधिक वारदात को खोल देते थे पुलिस हम लोगों के पीछे चलती थी आज उल्टा हो रहा है हम लोग जनता के साथ भी रहते थे जनता हमारी मदद करती थी पुलिस का मनोबल कभी नहीं गिराते थे वह हम लोगों की मदद करती रहती थी हमेशा जनता पुलिस और मीडिया में चोली दामन का साथ था पत्रकारिता व्यवसायिक नहीं हुई थी किसी पत्रकार को पैसे कील कोई लालच नहीं थी सन उन्नीस सौ 89 में मैं अचानक लखनऊ के महानगर वार्ड से 18 साल बाद हुए नगर निगम के चुनाव में सभासद पद के लिए प्रत्याशी बना और जीता लेकिन फिर भी मैंने पत्रकारिता नहीं छोड़ी इमानदारी और इंसानियत नहीं छोड़ी पैसे कमाने की कोई इच्छा नहीं थी इसलिए उस ओर ध्यान नहीं दिया और जनमानस की समस्याओं में उलझन है और उसको स्कूल जाने के लिए निरंतर अपना समय दिया 1998 में स्वतंत्र भारत अखबार बंद हो गया लॉक आउट हो गया सभासद का कार्यकाल खत्म हो चुका था उसके बाद मैंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मैं आ गया और यहां से कैमरे का काम शुरू कर दिया और लखनऊ एक अपना लोकल चैनल डाल दिया फाइव स्टार न्यूज़ 2008 तक चलाता रहा लगभग लखनऊ की 20 लाख जनता इस चैनल से समाचार देखती थी रोज उसके बाद समय बदलता चला गया उम्र ढलती गई मोदी जी आए एक नया हौसला दिया उन्होंने ईमानदार लोगों को उसके बाद प्रदेश में योगी जी आए उन्होंने अपराधियों के दबाव को झेल रहे हम जैसे पत्रकारों को पूरी राहत दी जो आज हम खुलकर आपके सामने हैं वरना जिन अपराधियों के खिलाफ हमने कलम उठाई और उनको जेल के शिष्यों के पीछे भेजा वह आज सांसद विधायक तक और मंत्री हैं उन्होंने हम जैसों से बदला लेने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी लेकिन आज मोदी जी और योगी जी हम लोगों के लिए भगवान बन कर आ गए और आज हम भले ही वृद्धावस्था में पहुंच गए तकलीफ सहते सहते अंत भला तो सब भला बस आज हमारा नेतृत्व बहुत अच्छा है जिसके चलते फिर से जीने की तमन्ना होती है उसी के चलते मैंने निश्चय किया है पिछले 50 सालों में हमने जो भी सीखा है उससे मैं जनता को लाभ पहुंचा लूंगा हाथ पैरों से नहीं पहुंचा सकता तो मैं इस फोन के जरिए कानूनी रूप से व्यक्तिगत मामलों में सामाजिक किसी तरह की समस्या अगर आपकी है तो मैं आपको सलाह देकर मदद तो कर ही सकता हूं वकील हो पत्रकार हूं सभासद रहा इस दौरान लाखों लाख समस्याओं को देखा जनता की हालत को देखा और उनका तमाम का निवारण भी करता रहा तब इतनी समस्याएं भी नहीं थी जितनी आज है आज भाई भाई का नहीं है बाप बेटे का नहीं है माहौल में तनाव है दिमाग को में तनाव है भीड़ बहुत हो गई है लोग परेशान हैं बहुत तनाव व्यस्त हैं छोटी-छोटी समस्याओं में बड़े बड़े नुकसान हो जा रहे हैं योग समस्या का निदान नहीं कर पा रहे हैं ऐसी अवस्था में मैं ज्यादा कुछ तो नहीं पाऊंगा लेकिन हां अगर आप हमारी मदद घर से संपर्क करेंगे से संपर्क करेंगे तो आप को अवश्य सलाह दूंगा सलाह कानून के दायरे में रहकर अपने तजुर्बे के अनुसार आपको उपलब्ध करा लूंगा ऐसा तो नहीं कि मैं सब समस्या का हल करूंगा लेकिन इतना जरूर है क्या आपके तनाव को और आपकी चिंता को कम जरूर कर सकूंगा यह हमारे लिए बहुत सुकून की बात होगी और हमने जो कानून पड़ा पत्रकारिता पड़ी नेता नगरी नेता नगरी पड़ी यह सब आपके काम आ जाएगी मैं मदद घर का नंबर आप लोगों को जल्दी दे दूंगा जिससे आप हमसे रात्रि में 12:00 से 3:00 के बीच संपर्क कर व्यक्तिगत सामाजिक पारिवारिक कानूनी किसी प्रकार की भी सलाह लेनी हो तो निस्वार्थ में आपको दूंगा आप हमसे संपर्क करें लेकिन रात 12:00 और 3:00 के बीच में आपका आरडी शुक्ला वरिष्ठ पत्रकार पूर्व सभासद अधिवक्ता फोन नंबर 87 655 87 332 जरूरत पड़ने पर मैं आपसे मुलाकात भी कर लूंगा मदद घर की ओर से आपको सादर आमंत्रण है